Wednesday 15 December 2021

इन चीजों को खाने से विटामिन D से भरपूर मात्रा में मिलेगी, नहीं होगी कभी विटामिन डी की कमी

इन चीजों को खाने से विटामिन D से भरपूर मात्रा में मिलेगी, नहीं होगी कभी विटामिन डी की कमी - By eating these things, you will get plenty of vitamin D, there will never be a lack of vitamin D.

Mr. Rashmi Sharma, Journalist.


अगर आपके शरीर में विटामिन D की मात्रा कम है और इसे बढ़ाना चाहते हैं, तो अपने आहार में इन खाद पदार्थों को शामिल कर अपने स्वास्थ्य को स्वस्थ बना सकते हैं। विटामिन D से भरपूर आहार - वसा में घुलनशील विटामिन होता है विटामिन डी कैल्शियम के अवशोषण, न्यूरोमस्कुलर, फंक्शनिंग प्रतिरक्षा प्रणाली कृपा से काम करने हड्डियों और कोशिकाओं के विकास और नियंत्रण तथा शरीर के अंगों से सूजन को हटाने संबंधित कई तरह के कार्यों में विटामिन D काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का काम करता है। अगर आपके शरीर में विटामिन D की कमी होगी तो ये कई प्रकार की गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म देने का कारक बन सकती है. ऐसे कई खाद्य पदार्थ हैं जिनमें विटामिन D भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। 
आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि विटामिन डी सिर्फ हड्ड‍ियों के लिए ही जरूरी है, पर ऐसा नहीं है। हड्ड‍ियों की मजबूती के साथ ही इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के लिए भी विटामिन डी की जरूरत होती है।  विटामिन डी का सबसे जरूरी काम ये है कि ये दूसरे विटामिन को भी सक्रिय करने का काम करता है।  इसके अलावा लवणों को भी एक्ट‍िव करता है। विटामिन डी की कमी होने पर हड्ड‍ियां मुलायम और कमजोर हो जाती हैं जिससे इनके टूटने की आशंका बढ़ जाती है।  विटामिन डी की कमी से एनर्जी लेवल पर बुरा असर पड़ता है। अगर आपके शरीर में भी विटामिन डी की कमी है तो ये हैं वो पांच माध्यम जिनसे आप विटामिन डी की कमी को पूरा कर सकते हैं।

 


 विटामिन D से भरपूर आहार

 1. सूर्य की रोशनी 
 हमारी सेहत के लिए विटामिन डी3 फायदेमंद होता है. ये स्क‍िन को यूवी किरणों से सुरक्षित रखने का काम करता है।  सूर्य की रोशनी विटामिन डी का सबसे अच्छा स्त्रोत है। लेकिन दोपहर की धूप नहीं, सुबह की धूप फायदेमंद होती है।  इससे चर्म रोग होने का खतरा भी कम हो जाता है। 

 2. डेयरी प्रोडक्ट्स 
 डेयरी प्रोडक्ट्स से भी विटामिन डी की कमी पूरी हो जाती है।  अपनी डाइट में दूध को शामिल करके भी आप विटामिन डी की कमी को पूरा कर सकते हैं।  

3. मछली
विभिन्न प्रकार की मछली जैसे ट्यूना और सालमोन विटामिन D का काफी अच्छा स्रोत होता है. सालमोन मछली विटामिन D की हमारी रोजाना की जरूरत का एक तिहाई हिस्सा पूरा कर देता है। 

 4. मशरूम
मशरूम में विटामिन D भरपूर मात्रा में पाया जाता है।  लेकिन मशरूम के प्रकार भी इसके लिए काफी मायने रखता है।  सफेद मशरूम की तुलना में शीटेक मशरूम में ज्यादा विटामिन होता है।  तो विटामिन D की पूर्ति के लिए आप अपने आहार में शीटेक मशरूम को शामिल करें।  

5. दूध
विटामिन D का काफी अच्छा स्रोत है दूध।  दिन भर में हमें जितने विटामिन की आवश्यकता होती है उसका 20 फ़ीसदी हिस्सा दूध पूरा कर देता है।  लेकिन अनफार्टफाइड डेयरी उत्पादों में आमतौर पर कम मात्रा में विटामिन डी पाया जाता है। 

6. अंडे
स्वस्थ भोजन में अंडा निश्चित रूप से शामिल होता है।  ये विटामिन D से भरपूर होता है. वैसे अंडे की जर्दी में विटामिन D की मात्रा ज्यादा होती है।  लेकिन अंडा पूरा खाना चाहिए।  अंडे के सफेद हिस्से में विटामिन D की पर्याप्त आपूर्ति नहीं होती। 

7. संतरे का रस
संतरे के रस में भी विटामिन D भरपूर मात्रा में पाया जाता है।  कई विशेषज्ञों की मानें तो अगर शरीर में विटामिन D की मात्रा ठीक रहती है, तो स्वास्थ्य में सुधार जल्दी होता है।  इसके लिए संतरे का जूस काफी अच्छा स्रोत माना जाता है। 

8. अनाज
विटामिन D का समृद्ध स्रोत होता है अनाज।  नाश्ते में विटामिन D से भरपूर अनाज का सेवन कर आप अपने दिन की शुरुआत कर सकते हैं। 
9. पनीर
वैसे तो विटामिन डी की मात्रा पनीर के हर प्रकार में प्रचूर मात्रा में पाया जाता है।  लेकिन दूसरे खाद्य पदार्थों की तुलना में विटामिन D इसमें थोड़ा कम होता है।  रिकटता चीज में अन्य पनीर की तुलना में विटामिन D की मात्रा ज्यादा होती है। इसलिए आप अपने आहार में पनीर को शामिल करें। 

10. कॉड लिवर ऑयल
विटामिन D से समृद्ध एक और अद्भुत भोजन है कॉड लिवर ऑयल। इसमें मौजूद विटामिन A और D के उच्च स्तर के कारण इसे सबसे अच्छा प्राकृतिक पूरक माना गया है।  अगर आप विटामिन D बढ़ाना चाहते हैं, तो अपने आहार में कॉड स्तर तेल को जोड़ें। 

Tuesday 14 December 2021

लीवर को स्वस्थ रखने के आसान उपाय जो फैटी लिवर को कर देंगे एकदम फिट - Simple ways to keep liver healthy which will make fatty liver fit.

लीवर को स्वस्थ रखने के आसान उपाय जो फैटी लिवर को कर देंगे एकदम फिट - Simple ways to keep liver healthy which will make fatty liver fit.


Ms. Rashmi Sharma, Journalist.


हमारा लीवर एक फुटबॉल के आकार जितना बड़ा होता है जो हमारे शरीर में पसलियों के निचले हिस्से के दाएं हाँथ की तरफ होता है। लीवर हमारे खून में से हानिकारक  केमिकल्स  को  निकाल  कर  उसे  साफ  करता  है। यह  हमारे  शरीर  को  ऊर्जा  देने  के  लिए  जरूरी  ग्लूकोज  को जमा  करके  रखता है। और कमज़ोरी पड़ने पर ग्लूकोज देता रहता है। यह हमारे शरीर के कई कार्यों को कण्ट्रोल करता है। इसमें खराबी होने पर शरीर की काम करने की क्षमता बहुत कम हो जाती है। यह पेट के दाएं नीचे की तरफ होता है। लिवर डैमेज का सही समय पर इलाज करना भी ज़रूरी होता है, नही तो यह बहुत बड़ी समस्या बन सकती है। लिवर का ख़राब होने के बड़े कारण धूम्रपान, शराब का सेवन, अधिक खट्टा, ज्यादा नमक का सेवन प्रमुख हैं। आज हम आपको लिवर को स्वस्थ और खराब होने से बचाने के आसान उपाय और देसी आयुर्वेदिक नुस्खे बताने जा रहे हैं जिसकी मदद से लिवर को स्वस्थ और स्ट्रांग बनाया जा सकता है।


लिवर खराब होने के प्रमुख कारण 
सबसे पहले लिवर खराब होने के फॅक्ट्स को जानना ज़रूरी है। जिससे समय रहते आपको पता रहे और इलाज सही टाइम पर हो सके। 
 शरीर में विटामिन बी की कमी होना।
घर की सफाई पर उचित ध्यान न देना।  
दूषित माँस खाना, गंदा पानी पीना,
 मिर्च मसालेदार और चटपटे खाने का अधिक सेवन करना।
पीने वाले पानी में क्लोरीन की मात्रा का अधिक होना।

लिवर खराब होने के लक्षण 
लिवर वाली जगह पर दबाने से दर्द होना।
छाती में जलन और भारीपन होना.
भूख न लगने की समस्या, पेट में गैस का बनना।
शरीर में आलसपन और कमजोरी का होना।

लीवर को स्वस्थ और सही रखने के घरेलू उपाय

1. अलसी के बीज 
 अलसी बीज हार्मोन को ब्लड में घूमने से रोकता है और लिवर के तनाव को कम करता है। सलाद में या अनाज के साथ आलसी के बीज को पीसकर इस्तेमाल करने से लिवर के रोगो को दूर रखने में मदद मिलती है।

2.  हल्दी का उपयोग
हल्दी लिवर के स्वस्थ्य में सुधार करने के लिए बेस्ट उपयोगी होती है। इसमें एंटी-सेप्टिक गुण मौजूद होते है, और एंटी-ऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करती है। हल्दी की रोग निरोधक क्षमता हपेटिस ब और सी का कारण बनाने वाले वाइरस को बढ़ने से रोकती है। इसलिए हल्दी को अपने खाने मे शामिल करें या रात को सोने से पहले एक गिलास दूध मे थोड़ी हल्दी मिलकर पिए।

3. खुली हवा मे गहरी साँसे 
  सुबह उठकर खुली हवा मे गहरी साँसे लें। सवेरे उठकर कुच्छ कदम पैदल चले और चलते-चलते ही खुली हवा की गहरी साँसे लें इससे आपको बहुत फायदा मिलेगा।

4. सेब का सिरका का सेवन
सेब का सिरका, लिवर मे मौजूद विषैले पदार्थो को बाहर निकालने में सहायता करता है। भोजन से पहले सेब के सिरके को पीने से शरीर की चर्बी घटती है। सेब को आप कई तरीके से इस्तेमाल कर सकते है  एक गिलास पानी मे एक चमच सेब का सिरका मिलाए। या इस मिश्रण मे एक चमच शहद मिलाए। इस मिश्रण को दिन मे 2 से 3 बार लें।

5. आंवला का सेवन 
आवंला विटामिन सी के सबसे बढ़िया स्रोत है और इसका सेवन लिवर की कार्यक्षमता को बनाए रखने में मदद करता है। एक शोध ने साबित किया है कि आवंला में लिवर को सुरक्षित रखने वाले सभी तत्व होते है। लिवर के स्वस्थ्य के लिए आपको दिन मे 4-5 कच्चे आवले खाने चाहिए।

6.  मुलेठी का सेवन 
लिवर की बीमारियो के इलाज के लिए मुलेठी का इस्तेमाल कई आयुर्वेदिन औषधि में किया जाता है। इसके इस्तेमाल के लिए मुलेठी की जड़ का पाउडर बनाकर इसे उबलते पानी में डालें। फिर ठंडा होने पर छान लें। इस पानी को दिन में एक या दो बार पिए।

7. लीवर को स्वस्थ रखने के लिए खाएं पपीता
पपीता लीवर की बीमारियो के लिए सबसे सुरक्षित प्राकृतिक उपचार में से एक है। विशेष रूप से लिवर सिरोसिस के लिए। हर रोज दो चमच पपीता के रूस मे आधा चमच नींबू का रूस मिलकर पिए। इस बीमारी से पूरी तरह से निजात पाने के लिए एस मिक्स का सेवन तीन से चार हफ़्तो के लिए करें।

8.  पालक और गाजर का रस 
पालक और गाजर का रस का संयुक्त यकृत सिरोसिस के लिए काफ़ी लाभदायक घरेलू उपाय है। पालक का रस और गाजर के रस को बराबर भाग में मिलाकर पियें। लिवर की निर्माण के लिए इस प्राकृतिक रस को रोजाना कम से कम एक बार ज़रूर पिए।

9. चुकंदर का रस
चुकंदर के रस को पीने से लिवर की गंदगी साफ होती है और लिवर दोबारा सही ढंग से काम करने लगता है।

10. व्यायाम
इन सबके अलावा आप व्यायाम के माध्यम से भी लिवर के फैट को कम कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपनी दिनचर्या के साथ-साथ जीवनशैली में भी कुछ परिवर्तन करने होंगे। साथ ही ख्याल रखें की अचानक से अधिक व्यायाम न करें, पहले कम प्रभाव वाले व्यायाम से शुरुआत करें और धीरे-धीरे व्यायाम की गति बढ़ाएं।

जानिए हल्‍दी, घी और काली मिर्च के मिश्रण का ये चमत्कारी फायदे

जानिए हल्‍दी, घी और काली मिर्च के मिश्रण का ये चमत्कारी फायदे

Ms. Jaya Sharma, Journalist.


हल्दी को पूरे एशिया में बीमारी से निपटने के लिए कई नुस्खों में इस्तेमाल करते हैं। हर घर में खाना बनाने के लिए हल्दी का इस्तेमाल होता है। इसकी गर्माहट, इसका रंग और खूशबू इसे हर खाने का एक अहम हिस्सा बनाती है। आपके रसोई में मौजूद घी, हल्दी और काली मिर्च तीन ऐसी चीजें हैं, जो अकेले बहुत अच्छे हैं लेकिन एक साथ इनका मिश्रण अद्भुत है। यह भी दादी मां के नुस्‍खों में से ही एक है, जो आपको स्वस्थ और सक्रिय रहने के लिए स्वास्थ्य समस्‍याओं जैसे- पाचन, या पेट फूलने और ब्‍लोटिंग आदि  में दद कर सकता है।




घी, हल्दी और काली मिर्च के मिश्रण के फायदे

1.  सूजन में कमी
 कई बार शरीर में सूजन या शरीर के किसी एक अंग में सूजन हो जाती है, इस सूजन को अनदेखा न करें। क्‍योंकि क्रोनिक सूजन के कई कारण हो सकते हैं जिनमें डायबिटीज, लिवर, किडनी की समस्‍या, हृदयघात, कैंसर के साथ-साथ हड्डियों के स्वास्थ्य से संबंधित बीमारियों जैसे घुटने के दर्द, जोड़ों के दर्द, आदि से संबंधित हो सकती है। ऐसे में यदि आपको शरीर में सूजन महसूस हो, तो आप  घी, हल्दी और काली मिर्च का घोल का सेवन कर सूजन को दूर कर सकते हैं।  

2. पाचन को बढ़ावा 
पेट में गड़बड़ी और खराब पाचन के चलते आपको बहुत सी स्‍वास्‍थ्‍य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आंतों में गड़बड़ी आपके पूरे स्वास्थ्य और आपके दैनिक कार्यों को प्रभावित करती है और यही अपच का कारण भी बन सकता है। ऐसे में हल्‍दी, घी और काली मिर्च यह तीनों आपके पाचन को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। औषधीय गुणों से भरपूर हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी बैक्‍टीरियल गुण होते हैं वहीं घी में स्वस्थ फैटी एसिड होता है और काली मिर्च में डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं। इन तीनों चीजों का मिश्रण शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर पेट के स्वास्थ्य को ठीक करता है और आपके पाचन को बढ़ावा देता है।

3. हृदय स्‍वास्‍थ्‍य के लिए फायदेमंद
हल्‍दी, घी और काली मिर्च इन तीनों चीजों का मिश्रण शरीर में एंजियोजेनेसिस को बढ़ावा देता है, जो एक ऐसी प्रक्रिया है जिससे शरीर को नई रक्त वाहिकाओं को उत्पन्न करने की अनुमति मिलती है। यह ब्‍लड सर्कुलेशन को बढ़ाकर हृदय के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मददगार है। इसके अलावा, यह नींद चक्र को विनियमित करने और अंग क्षति के खतरे को कम करने में भी मदद करता है। घी, हल्दी और काली मिर्च एक साथ सेवन करने से शरीर में एंजियोजेनेसिस को बढ़ावा देते हैं।  

4. कैंसर सेल होते हैं कम
 हल्दी, घी और काली मिर्च को मिलाकर खाने से शरीर में मौजूद कैंसर सेल से भी लड़ने में मदद मिलती है। ये शरीर में मौजूद कैंसर सेल को मारता है। इसका सबसे ज्यादा असर ल्यूकेमिया, गैस्ट्रिक और कोलोन और ब्रेस्ट कैंसर सेल पर होता है।

5. मस्तिष्‍क के लिए फायदेमंद
इन तीनों चीजों के मिश्रण से आपके मस्तिष्क स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देने में मदद मिलती है। काली मिर्च और घी हल्दी में मौजूद करक्यूमिन को जल्‍दी से अवशोषण करने में मदद करते हैं। यह मस्तिष्क स्‍वास्‍थ्‍य को बढ़ावा देने और याददाश्‍त व डिमेंशिया और मानसिक विकार के जोखिम को कम करता है।

6. डीएनए को होने वाले नुकसान से बचाव 
प्रदूषण, दवा, यूवी किरणों व अन्‍य कारणों से डीएनए को नुकसान होता है। ये तीन चीजें आपके डीएनए को नुकसान से बचाने के में भी मददगार हैं।

यह मिश्रण कैसे बनाएं?
इसके लिए आपको 1 टीस्‍पून घी, 1 टीस्‍पून हल्दी पाउडर और एक चुटकी काली मिर्च पाउडर लें।
अब आप इन तीनों चीजों का घोल बनाने के लिए इन्‍हें एक बाउल में आवश्‍यकतानुसार पानी लेकर एक साथ अच्‍छे से मिलाएं।
यह एक बार लेने के लिए है लेकिन आप इसे ज्‍यादा मात्रा में भी बना सकते हैं और इसे एक ग्लास कंटेनर में स्टोर कर सकते हैं।

सेवन का तरीका
इस घोल से लाभ पाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप रोज सुबह खाली पेट इसका सेवन करना। हालाँकि, आप इसे दिन के किसी भी समय सेवन कर सकते हैं। यह आपके पाचन क्षमताओं को बढ़ाएगा और इसे रोजाना खाने से आपकी प्रतिरक्षा को बढ़ावा मिलेगा। यह आपके ब्‍लड शुगर को भी नियंत्रित करने में मदद करता है।

आज से ही शुरू करें ये 5 बीजों को अपनी डाइट में शामिल, जानिए इसके फायदे में बहुत बड़े फायदे - Start from today, include these 5 seeds in your diet, know the huge benefits in its benefits.

आज से ही शुरू करें ये 5 बीजों को अपनी डाइट में शामिल, जानिए इसके फायदे में बहुत बड़े फायदे - Start from today, include these 5 seeds in your diet, know the huge benefits in its benefits.




आप हमेशा निरोग स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं जो इन पांच बीजों का सेवन आज से ही शुरू कर दें। सीसेम बीज का स्वाद आपने कई मिठाइयों और बर्गर बन ब्रेड के साथ चखा होगा। एक स्टडी के मुताबिक इस बीज के सेवन से विटामिन ई मिलता है और एंटीऑक्सिडेंट के रक्त स्तर को बढ़ाता है। आपको बता दें की, आयरन, जिंक, कॉपर और विटामिन्स का जादुई पैक है ये बीज। कुछ बीजों को अपने खाने में इस्तेमाल करना स्वास्थ जीवन की निशानी है। प्रोटीन से भरपूर हेम्प बीज में कार्बोहायड्रेट कम होता है। इस बीज में गामा -लिनोलेनिक एसिड होता है जो हार्मोनल स्वास्थ के सुधर से जुड़ा होता है। 


 1. कद्दू के बीज. (Pumpkin Seeds)
अक्‍सर लेडीज कद्दू की सब्‍जी बनाते समय इसके बीज निकालकर फेंक देती हैं। कद्दू के बीज पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। इनमें पाया जाने वाला एंटी-ऑक्‍सीडेंट, मैग्‍नीशियम, विटामिन-'के' और फाइबर महिलाओं को डायबिटीज से बचाता है और ब्‍लैडर हेल्‍थ के लिए बहुत अच्‍छा होता है। कद्दू के बीज आयरन भरपूर मात्रा में होता है, जो आपको एनर्जी से भरपूर रखता है। शरीर में मैग्नीशियम की मात्रा पूरी करने के लिए कद्दू का बीज अवश्य खाएं। सबसे खास बात तो ये है कि कद्दू के बीज को डायबिटीज का रामबाण माना जाता है।  ये जादुई बीज आपके हृदय और गुर्दों के लिए भी आसकरक होता है। इस बीज में एक एमिनो एसिड होता है जिसे ट्रिप्टोफैन के रूप में जाना जाता है। चूंकि यह अनिद्रा के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है, इसलिए एक शोध के सुझाव अनुसार कद्दू के बीज के सेवन से नींद की समस्याओं को कम करने में मदद मिलती है।

2. चिया के बीज. (Chia seeds)
डॉक्‍टर सिमरन कहती हैं कि ''चिया सीड्स एक सुपरफूड है, इसे अपनी डाइट में शामिल कर आप लंबे समय तक हेल्‍दी रह सकती हैं। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड, फाइबर, प्रोटीन, एंटीऑक्सीडेंट्स और कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है। इसमें मौजूद ओमेगा-3 सूजन को कम करने और ब्रेन को तेज करने में काफी मददगार हैं। इसके अलावा चिया के बीज पानी में घुलनशील फाइबर है, जो बॉडी डिटॉक्‍स करने को दूर करने और ब्‍लड शुगर लेवल रेगुलर करने में हेल्‍प करते हैं। अगर आप अपनी हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाना चाहती हैं तो अपने आहार में चिया के बीज को शामिल करें।'' आधा चम्‍मच चिया सीड्स थोड़े से पानी में थोड़ी देर के लिए भिगोकर रख दें, फिर इसे खा लें।  

3. तिल के बीज. (
Sesame seeds)
हम सभी के घरों में तिल का इस्तेमाल तो होता ही है, आमतौर पर मीठी चीजों में। तिल के बीज में ओमेगा-6 फैटी एसिड होता है जो हानिकारक कोलेस्‍ट्रॉल के लेवल को कंट्रोल करने में हेल्‍प करता है। साथ ही तिल में कई प्रकार के प्रोटीन, कैल्शियम, बी काम्‍प्‍लेक्‍स और कार्बोहाइट्रेड भी पाये जाते हैं। इसके अलावा तिल में मोनो-सैचुरेटेड फैटी एसिड होता है, जो बॉडी से कोलेस्ट्रोल को करने और दिल से जुड़ी बीमारियों के लिए बेहद फायदेमंद है। डॉक्‍टर सिमरन कहती हैं कि ''तिल में डाइट्री प्रोटीन और एमिनो एसिड होता है जो लेडीज की बोन्‍स के लिए बेहद अच्‍छा होता है।'' इसे आप मीठे व्‍यंजन में मिलाकर खाया जा सकता है। या इसे आप अपने स्‍नैक्‍स में मिलाकर भी खा सकती हैं।

 4. अलसी के बीज. (Flax seeds)
अलसी जिसे फ्लैक्‍स सीड्स के नाम से भी जानते हैं, एक बहुमुखी सुपर फूड है, हेल्‍दी रहने के लिए इसे आपको अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए। अलसी में विटामिन बी, कैल्शियम, मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन, जिंक, पोटैशियम आदि मिनरल पाये जाते हैं। इसके अलावा इसमें आवश्‍यक फैटी एसिड अल्‍फा लिनोलेनिक एसिड भी पाया जाता है, जिसे ओमेगा-3 के नाम से भी जाना जाता है। कई शोधों के अनुसार अलसी कब्‍ज, एसिडिटी, डायबिटीज, अर्थराइटिस, कैंसर यहां तक कि दिल की समस्‍याओं को दूर करने में भी हेल्‍प करता है। अलसी के बीजों को आप पानी के साथ या सब्जियों या फलों में शामिल करके ले सकती हैं।

5. मेथीदाना. (
Fenugreek seeds)
छोटा सा दिखने वाला मेथीदाना नेचुरल रूप से कई गुणों की खान है। महिलाओं में होने वाले जोड़ों के दर्द के लिए और पीरियड्स में होने वाले दर्द और ऐंठन को दूर करता है। इसके अलावा मेथीदाना महिलाओं के ब्रेस्‍ट मिल्‍क को बढ़ाने में मदद करता है जो नवजात के लिए बेहद फायदेमंद होता है। 

Monday 13 December 2021

डायबिटीज में हेल्दी नास्ता क्या क्या करे - what to do healthy breakfast in diabetes.

डायबिटीज में हेल्दी नास्ता क्या क्या करे - what to do healthy breakfast in diabetes.

Mr. Manoj Paswal, Journalist


आजकल सबसे ज्यादा जिस बीमारी से लोग ग्रस्त हैं, वो है डायबिटीज। अगर आप को डायबटीज है तो आप भी नाश्ते में कुछ हेल्दी और टेस्टी चीजों को शामिल कर सकते हैं। ये कुछ ऐसी चीजें हैं, जो डायबिटीज की समस्या को बढ़ाते नहीं हैं, बल्कि इन्हें खाना हेल्दी होता है। एक बार इस बीमारी की चपेट में आ गए, तो इसे ठीक करना मुश्किल है। बस इसे कंट्रोल में रखकर ही आप इससे होने वाले अन्य रोगों और साइड एफेक्ट्स से बचे रह सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने खानपान का खास ख्याल रखें। डायबिटीज के रोगियों को देर तक भूखा भी नहीं रहना चाहिए। इससे शरीर में ब्लड शुगर लेवल लो हो सकता है। ऐसे में रात में नहीं खाने के बाद सुबह के समय नाश्ता स्किप करना आपके लिए ठीक नहीं। डायबिटीज के रोगियों को कभी भी अपना नाश्ता स्किप नहीं करना चाहिए। नाश्ते में हेल्‍दी चीजों का सेवन करना चाहिए। इससे शरीर को पर्याप्त एनर्जी मिलती है। ऐसा नहीं कि डायबिटीज के रोगियों को बिल्कुल फीका खाना चाहिए। आप भी नाश्ते में कुछ हेल्दी और टेस्टी चीजों को शामिल कर सकते हैं। ये कुछ ऐसी चीजें हैं, जो डायबिटीज की समस्या को बढ़ाते नहीं है, बल्कि इन्हें खाना हेल्दी होता है। डायबिटीज होने के बाद उसे खत्म नहीं किया जा सकता लेकिन सेहतमंद लाइफस्टाइल और संतुलित खाने से उसे कंट्रोल किया जा सकता है।  डायबिटीज के मरीजों के लिए ब्रेकफास्ट सबसे जरूरी है।




1.  हार्ड बॉइल्ड अंडा और मल्टीग्रेन ब्रेड. (Hard Boiled Egg and Multigrain Bread)
 हार्ड बॉइल्ड अंडा हाई प्रोटीन होता है और ये ब्लड शुगर का स्तर बढ़ाए बिना शरीर में ग्लूकोज के अवशोषण को कम करता है।  ये डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी अच्छा नाश्ता माना जाता है।  दो अंडों के साथ में मल्टीग्रेन ब्रेड ले सकते हैं ताकि कई घंटों के लिए पेट भरा रहे। 

2. टमाटर ओट ऑमलेट. (Tomato Oats Omelets
)
अंडे के ऑमलेट में थोड़ा स्वाद और सेहत का तड़का लगा सकते हैं।  इसमें हरी सब्जियां और सादी ओट्स मिला दें।  इससे तैयार होने वाला नाश्ता हाई प्रोटीन और low glycemic index वाला होता है। 

3. ओट्स मेथी खाखरा और साल्सा. (Oats Methi Khakhra and Salsa
)
ये रेसिपी उनके लिए है जो एकदम ताजा लेकिन स्वादिष्ट नाश्ता करने पर यकीन रखते हैं।  ओट्स मेथी खाखरा (ये बाजार से बना-बनाया ले सकते हैं) के साथ साल्सा सलाद से दिन की शुरुआत डायबिटीज के मरीजों के लिए सही है। 

4. मल्टीग्रेन इडली. (multigrain idli
)
भाप में पकी इडली घर पर ही बनाई जा सकती है, जिसमें तेल की जरूरत नहीं।  इसमें डायबिटीज में फायदा देने वाले ग्रेन्स जैसे ज्वार, बाजरा, ओट्स, मेथी दाना और गेहूं का आटा लिया जा सकता है।  और हेल्दी बनाने के लिए ताजी सब्जियां भी डाली जा सकती हैं। 

5. ओटमील. (Oatmeal
)
ओट्स में घुलनशील फाइबर की मात्रा अधिक होती है। इसका सेवन नाश्ते में करने से पेट देर तक भरा रहता है। इससे ब्‍लड शुगर का स्तर भी लो नहीं होता है। यदि आपको डायबिटीज है और वजन भी अधिक है, तो ओट्स से बनें व्यंजन आप खा सकते हैं। ओमेगा 3 फैटी एसिड, फोलेट और पोटैशियम से भरपूर ओटमील को आप लो फैट मिल्‍क के साथ पकाएं। चीनी की बजाय शहद मिला कर खाएं।

6. जौ. (Barley
)
जौ का भी सेवन करने से डायबिटीक रोगियों को होता है फायदा। जौ में ओट्स के मुकाबले दोगुना प्रोटीन और आधी कैलोरी होती है इसलिए इसे ब्रेकफास्‍ट में खाना अच्‍छा माना गया है। डाइट्री फाइबर से भरपूर जौ भूख को कंट्रोल करता है। दिल से जुड़ी बीमारियों के होने के खतरे को भी कम करता है।

7. लो फैट दही. (low fat curd
)
सुबह या फिर दोपहर के समय आप लो फैट दही एक कटोरी खाएं। इसे खाने से इंसुलिन लेवल तुरंत नहीं बढ़ता है। इसमें प्रोटीन, कैल्‍शियम और अन्‍य पौष्‍टिक तत्‍व पाए जाते हैं। यह टाइप 2 डायबिटीज होने की संभावनाओं को भी काफी हद तक कम करता है।

8. अंडे की भुर्जी और टोस्‍ट. (Egg Sauce and Toast
)
यदि आपको सुबह के समय अंडा खाना पसंद है, तो ऑमलेटी की बजाय अंडे की भुर्जी खाएं। इसे आप टोस्ट के साथ खा सकते हैं। अंडे में प्रोटीन, विटामिन डी और फैट होता है, जो एनर्जी लेवल को हाई रखता है। इससे आपको भूख जल्दी नहीं लगती है। उबला हुआ अंडा भी खा सकते हैं।

9. फल और बादाम. (Fruits and almonds
)
बादाम खाने से टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों में ग्‍लाइसीमिक कंट्रोल में रहता है। लिपिड प्रोफाइल भी ठीक रहती है। आप चाहें तो चार-पांच बादाम और कुछ मौसमी फलों का सेवन साथ में करें। इससे शरीर में एंटीऑक्‍सीडेंट और अन्‍य जरूरी पोषक तत्‍व पहुंचेंगे जो डायबिटीज की समस्याओं को और ज्यादा बढ़ाते नहीं हैं। आप चाहें तो किसी डायटिशियन से संपर्क करके भी अपने लिए जरूरी डायट चार्ट के बारे में पूछ सकते हैं ताकि आपका ब्लड शुगर लेवल और डायबिटीज कंट्रोल में रहे।

10. मेथी पराठा. (Fenugreek Paratha
)
 सर्दियों में मेथी भाजी या फिर दूसरे मौसमों में कसूरी मेथी से भी ये पराठा बना सकते हैं जो खाने में लजीज और डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी हेल्दी नाश्ता है. इससे खून में शुगर लेवल घटता है। 

11. बेसन चीला. (Besan cheela)
 ऐसा ही है एक नाश्ता है बेसन चीला। बेसन और दूसरी सब्जियों के साथ तैयार किए जा सकने वाले इस नाश्ते में तेल और नमक हल्का ही डालें। 

12. पनीर पराठा. (Paneer Paratha
)
 अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के अनुसार पनीर डायबिटीज के मरीजों के लिए बेस्ट है।  ये फैट-फ्री भी लिया जा सकता है।  इसे मल्टीग्रेन सैंडविच या पराठे में इस्तेमाल किया जा सकता है। 

13. अंकुरित अनाज. (Sprouted grains
)
 ये प्रोटीन और तमाम तरह के पोषण से भरपूर होते हैं।  इसमें डायबिटीज में फायदा करने वाली चीजें जैसे खीरा, टमाटर, प्याज, शिमला मिर्च लेकर ऊपर से हल्का सा नींबू निचोड़ें। 

खून को पतला करने और हार्ट अटैक आने से रोकते हैं कुछ खाने की चीजें - Some food items prevent blood thinning and heart attack.

खून को पतला करने और हार्ट अटैक आने से रोकते हैं कुछ खाने की चीजें - Some food items prevent blood thinning and heart attack. 

Mr. Roshan Kumar, Journalist.

 रक्त का थक्का (Blood clotting) बनना एक सामान्य लेकिन जटिल प्रक्रिया है जो हमारे शरीर में चोट या कट जाने पर रक्तस्राव को रोकने के लिए जानी जाती है। कई खाद्य पदार्थ हैं जो रक्‍त को पतला करते हैं और रक्‍त का थक्‍का बनने से रोकते हैं। लेकिन, इससे पहले कि हम प्राकृतिक रूप से रक्त को पतला करने वाले खाद्य पदार्थों की विविधता के बारे में बात करें, यह समझना जरूरी है कि रक्त का थक्का बनना क्या है और यह आपके शरीर को कैसे प्रभावित करता है। कई बार हमारे शरीर के कुछ महत्वपूर्ण हिस्सों जैसे कि हृदय, फेफड़े या मस्तिष्क में रक्त के थक्के बनते हैं, जिनका अगर समय पर इलाज नहीं किया जाता है, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। ये थक्के धमनी या शिरापरक रक्त वाहिकाओं में हो सकते हैं। यह तब होता है जब यह थक्का टूट जाता है और रक्त के माध्यम से बहने लगता है, यह हृदय, फेफड़े या मस्तिष्क जैसे महत्वपूर्ण अंगों में रक्त के प्रवाह को बाधित करता है, और इसके परिणामस्वरूप स्ट्रोक हो सकता है।

रक्त के थक्के और स्ट्रोक के जोखिम को कम करने के लिए इन 5 आहार

These 5 Diets to Lower the Risk of Blood Clots and Stroke


 1. लाल मिर्च. (Red chilli)
लाल मिर्च गुणों से भरपूर होते हैं जो हमारे रक्त को पतला करने में मदद करते हैं। और, इसका श्रेय सैलिसिलेट्स को जाता है, जो उच्च मात्रा में लाल मिर्च में पाए जाते हैं। हमारे दैनिक आहार में लाल मिर्च को शामिल करने से आपका रक्तचाप कम हो सकता है और परिसंचरण में वृद्धि हो सकती है।

2. दालचीनी. (
Cinnamon)
हम अपने पकवान या पेय के स्वाद और खुशबू को बढ़ाने के लिए दालचीनी मिलाते हैं, खासकर जब चाय में जोड़ा जाता है, तो स्वाद बढ़ जाता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि यह एक शक्तिशाली थक्कारोधी है। दालचीनी रक्तचाप को कम करने में सक्षम है। इससे स्ट्रोक होने की संभावना कम हो सकती है। हालांकि, दालचीनी के लंबे समय तक सेवन से लीवर को नुकसान हो सकता है, इसलिए, सुनिश्चित करें कि आप इस मसाले का संयम से उपयोग करें।

3. साल्‍मन. (S
almon)
ऐसा कहा जाता है कि ओमेगा -3 फैटी एसिड जैसे सैल्मन, टूना और ट्राउट रक्त पतला करने वाले खाद्य पदार्थों में से एक हैं। ओमेगा -3 फैटी एसिड हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा, वे रक्त में थक्के जमने की संभावना को कम करने के लिए जाने जाते हैं।  

4. हल्‍दी. (
Turmeric)
हल्दी एक मसाला है जो व्यंजन को एक पीला रंग देता है, और इसे लंबे समय से एक चिकित्सा समाग्री के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। 2012 के एक अध्ययन के अनुसार, हल्‍दी में मौजूद करक्यूमिन एक थक्का-रोधी (Anticoagulant) के रूप में कार्य करता है। यह थक्के को बनाने से रोकने के लिए थक्‍का बनाने वाले घटकों को रोकने का काम करता है। शरीर में ब्लड सर्कुलेशन खराब होने पर होते हैं ये 7 बदलाव

5. अदरक. (
Ginger)
अदरक एक औषधि है। इसे अपने आहार में शामिल करने का एक सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप अपनी सुबह की शुरुआत स्वादिष्ट अदरक की चाय से करें। शोध कहता है कि अदरक की चाय पीना काफी फायदेमंद है और इससे कई स्वास्थ्य समस्याएं ठीक हो सकती हैं। जब रक्त को पतला करने की बात हो या सूजन को कम करने और मांसपेशियों को आराम देने, इन सब के लिए अदरक फायदेमंद होता है। अदरक की एक कप चाय आपके स्वास्थ्य के लिए चमत्कार कर सकती है।

जानिये बालों के लिए कैस्टर ऑयल के अनेकों फायदे - Know the many benefits of castor oil for hair.

जानिये बालों के लिए कैस्टर ऑयल के अनेकों फायदे - Know the many benefits of castor oil for hair.


बालों की कई समस्या के लिए कैस्टर ऑयल के एक रामबाण इलाज है, इस ऑयल का उपयोग प्राचीन काल से बालों के विकास के लिए किया जा रहा है। हर लड़की की सपना होता है कि उसके बालों की सुंदरता ऐसी हो कि लोग उसकी तारीफ करते ना थकें, जिसके लिए वो वालों की देखभाल के लिए भरसक प्रयास भी करती है। इसके लिए वह विभन्न विज्ञापनों में दिखाए जानें वाले महंगे हेयर ऑयल के साथ ही कई प्रकार के शैम्पू का भी उपयोग करती हैं। लेकिन इनके इस्तेमाल करने के बाद भी बालों की खूबसूरती मात्र कुछ पलों की ही रहती है और कुछ ही समय के बाद बाल अस्वस्थ हो बेजान हो जाते है, पर यदि आप चाहती हैं कि बालों में प्राकृतिक चमक बनी रहे और इनको पूर्ण पोषण भी मिलें तो इसके लिए हम आपके लिए लाए हैं कुछ अचूक उपाय, जिसे अपनाने के बाद आप अपने बालों में प्राकृतिक चमक पा सकती है। 


 1.  यह एक प्राकृतिक हेयर कंडीशनर है - It is a natural hair conditioner.
केैस्टर ऑयल से बालों की मालिश करने से यह आसानी के बालों की बाहरी परत से अंदर की ओर प्रवेश कर जाता है। जहां पर पहुंचकर वो क्षतिग्रस्त स्पॉट की मरम्मत उस एरिया को पुर्नस्थापित करने में मदद करता है। इससे बालों की जड़ों को मजबूती मिलती है और बाल घने मुलायम चमकदार बनते है।

2. काले बालों के लिए - For black hair.
यदि आप बालों को प्राकृतिक रूप से काले घने बनाना चाहती हैं, तो अपने बालों की देखभाल के लिए अरंडी के तेल का उपयोग करें। इस तेल में पाए जाने वाले प्राकृतिक गुण बालों की नमी को बरकरार रखने का काम करते है। जिससे बाल काले घने मुलायम बनते है।

3. बालों के लिए एक बेहतरीन सुरक्षा कवच - Best protection for hair.
अरंडी के तेल में पाया जाने वाला फैटी एसिड आपके बालों के लिए एक सुरक्षा कवच के रूप में काम करता है। इस सुरक्षा कवच के माध्यम से आप बालों को सूरज की पड़ने वाली अल्ट्रवॉयलेट किरणों से बचा सकती हैं।

4 . बाल को गिरने से रोकने में सहायक - Helps prevent hair fall.
बालों को लगातार गिरने से बचाने के लिए कैस्टर ऑयल सबसे अच्छा उपचार माना गया है, इसमें पाए जाने वाले रसायनिक योगिक बालों को गिरने से बचाने के साथ ही बालों की जड़ो को मजबूती प्रदान करते हैं। इस तेल की मालिश करने से सिर के रक्त का परिसंचरण सुचारू रूप से काम करता है। जिससे बालों को उचित पोषण प्राप्त होता है और बाल सुंदर व मुलायम बनते है।

5. बालों के विकास में सुधार - Improve hair growth
कैस्टर ऑयल 90% रिसिनोलिक एसिड से बना है। इसके अलावा, इसमें ओमेगा -6 फैटी एसिड और ओमेगा 9 फैटी एसिड भी पाया जाता है। जो बालों को पोषित कर उसकी ग्रोथ को मजबूती प्रदान करता है।

6. रूसी के इलाज के लिए - To treat dandruff.
बालों में रूसी का होना बाहरी गंदगी के जमने एवं जीवाणु संक्रमण के कारण होता है। इस समस्या के समाधान के लिए कैस्टर ऑयल सबसे अच्छा उपचार है। इसके तेल की मालिश करने से बालों की गदंगी दूर होने के साथ ही संक्रमण भी दूर हो जाता है। यह सिर के पीएच स्तर को बनाए रखने के साथ रूसी से छुटकारा देने का काम करता है।

7. दोमुंहे बालों से मुक्ति - Get rid of split ends.
बालों के रूखापन के कारण दोमुंहे बालों की समस्या होती है, इसमें बाल काफी शुष्क हो जाने के कारण दो हिस्सों में बट जाते है, जिससे बालों की ग्रोथ में रूकावट आती है। इस समस्या के निदान के लिए कैस्टर ऑयल सबसे अच्छा उपाय साबित होता है। इससे बालों में नमी आने के साथ-साथ बाल सुंदर मुलायम बनते है।

8. बाल को मोटा बनाने के लिए - To make hair thicker.
यदी आप अपने बालों को बेहतर बनाना चाहती हैं तो बालों पर नियमित रूप से अरंडी के तेल की मालिश करें। इससे बाल मोटे हो जाएंगे और विभाजित होकर टूटेंगे नहीं। इससे बालों के गिरने की संभावनाएं भी कम हो जाती है।